Monday, 19 May 2014

की चाँद भी रंगीन हो जाए - रंग दो चाँद को

की चाँद भी रंगीन हो जाए - रंग दो चाँद को

14 December 2012 at 00:19


इतने रंग उछालो की ..
चाँद भी रंगीन हो जाए
एक छोटी सी मस्ती सबकी
मामला संगीन हो जाए

दिलकश सी हंसी का मतलब
मेरी समझ से तो परे है ,
चांदनी हँसेगी अगर यहाँ तो
निशा भी रंगीन हो जाए



हर तरफ शबनम की बूंदे

सतरंगी परिधानों में थीं

जुगनू की औकात कहाँ फिर
रोशनी के दीवानों में फिर
 

एक ओस मोती की छू कर

रंग जायेगी मेरी हथेली,

मल कर चेहरे को रंग लूं
<p>रंगों की रंगोली सी मैं</p>




पानी की परतों पे ,
रंगी चाँद का हल्का सरूर
सिलवटों पर रोशनी का
दिख रहा जैसे गरूर

हो गया धोखा सभी को
चाँद फिर से धवल है
मिल गया बादल से देखो
चाँद का रंग नवल है

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