"हाइकू" ." माँ " (प्रयास)
by Suman Mishra on Thursday, 10 May 2012 at 01:02 ·
एक आवाज
गूंजती है मन में
आ जाओ घर
माँ एहसास
मन ज़रा उदास
वो आसपास
एक माँ ही है
आंसुओं में अक्स था
दिल ने देखा
एक सहारा
उसके बाद ही वो
इश्वर आया
पूजा नहीं की
माँ का हाथ ही सही
प्रसाद मिला
भूख ये दूरी
अपनी मजबूरी
माँ बुला लो
मेरा घर वो
माँ रहती है वहा
मैं दूर हुआ
वो हाथ नर्म
स्पर्श में संयम ही
माँ का आभास
कब अलग
मेरी तस्वीर माँ से
मैं माँ जैसा हूँ
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